कविता मत करो खिलवाड़ मेरी तन्हाईयों से July 5, 2019 / July 5, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment मत करो खिलवाड़ मेरी तन्हाईयों से,मुझे तन्हा रहने दो |मै अकेला ही आया था इस जहाँ में,मुझे अकेला ही रहने दो || काटता नही अकेलापन,मुझे अब सकून देता है |कहते थे जिसे बोरयत,मुझे अब मजा देता है || करते नहीं बातचीत किसी से,अपने में मस्त रहते है |साथ रहकर परिवार में,हम अकेले ही पसन्द करते […] Read more » Do not mess Flirtation me out