मीडिया लेख मौत में अपना अस्तित्व तलाशता मीडिया September 3, 2020 / September 3, 2020 by डॉ नीलम महेन्द्रा | 1 Comment on मौत में अपना अस्तित्व तलाशता मीडिया आजकल जब टी वी ऑन करते ही देश का लगभग हर चैनल “सुशांत केस में नया खुलासा” या फिर “सबसे बडी कवरेज” नाम के कार्यक्रम दिन भर चलाता है तो किसी शायर के ये शब्द याद आ जाते हैं, “लहू को ही खाकर जिए जा रहे हैं, है खून या कि पानी,पिए जा रहे हैं।” […] Read more » Media seeks its existence in celebrity death Media seeks its existence in SSR death अस्तित्व तलाशता मीडिया