व्यंग्य व्यंग्य/विपक्ष का मुंह बंद कर दिया रे…… November 20, 2010 / December 19, 2011 by अशोक गौतम | Leave a Comment -अशोक गौतम ‘मेरे पास आओ मेरे दोस्तों एक किस्सा सुनाऊं….. मेरे पास आओ मेरे दोस्तों एक किस्सा सुनाऊं। किसका किस्सा सुनोगे? राष्ट्रमंडल खेलों में खिलाड़ियों से अधिक सोना बटोरने वाले दरबारियों का?’ ‘नहीं, सोने से अधिक प्यारा तो हमें भूखे सोना है। क्योंकि अपनी सरकार चुनने के बाद भी हमारी किस्मत में बस रोना है।’ […] Read more » mouth shut of opponent विपक्ष का मुंह बंद कर दिया