चुनाव राजनीति बुद्धिजीवियों में बहुलतावादी दृष्टि की कमी April 14, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- अब नरेंद्र मोदी इतना आगे निकल चुके हैं कि उन्हें एकाएक सांप्रदायिक, तानाशाह अथवा फासिस्ट कहकर खारिज करना नामुमकिन है। उन्हें जितना आततायी और मुस्लिम विरोधी घोषित करने की प्रतियोगिताएं बुद्धिजीवी तबकों में हुई हैं, उत्तरोत्तर उनकी स्वीकार्यता उतनी ही बढ़ी है। क्योंकि संघ, भाजपा और मोदी को बौेद्धिक स्तर पर नकारने की […] Read more » need to develop the thinking बुद्धिजीवियों में बहुलतावादी दृष्टि की कमी