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केवल ‘एक लाईन’ लिखने से अखबार वाले जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो सकते – पंकज व्यास
/ by पंकज व्यास
अधिकांश अखबारों में वर्गीकृत, डिस्प्ले क्लासिफ़ाईड विज्ञापनों की भरमार होती है। इनमें आवश्यकता, टयूशन-शिक्षा, ज्योतिष, वास्तुकर, मशीन उपकरण, मोबाईल, खरीदना-बेचना, व्यापारी, ब्यूटी पार्लर-पिटनेस आदि के वर्गीकरण के साथ विज्ञापन प्रकशित किए होते हैं। इन विज्ञापनों में की विज्ञापन ऐसे होते हैं, जिन पर पृथम दृष्टा ही विश्वास नहीं किया जा सकता है और कहा जा […]
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