कविता अच्छी बात नहीं। August 26, 2019 / August 26, 2019 by डा.सतीश कुमार | Leave a Comment औरों के घर में हो अंधेरा, तुम्हारे घर में हो उजाला, यह तो अच्छी बात नहीं। हमारे हो महल दुमहले, और तरसे झोपड़े को भी, यह तो अच्छी बात नहीं। जो चाहा हमने वह हमें मिले औरों को जो मिला, वह भी हम छीन लें, यह तो अच्छी बात नहीं। मेरी हर बात सच्ची बात, […] Read more » not a good thing