कविता हे राम तुम सृष्टि के पहले करुणाकर हो February 7, 2024 / February 7, 2024 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायक हे राम तुम सृष्टि के पहले करुणाकर हो तुम्हारे समय में एक बर्बर डाकू रत्नाकर थे तुमने ही उनके दिल में करुणा जगाई हे प्रभु तुम्हारे आने से करुणा जग में आई तुमने ही जग में रिश्ते की मर्यादा लाई हे प्रभु तुम कितने अच्छे हो हमें अच्छा बना दो हममें नहीं […] Read more » O Ram you are the first compassionate one of the universe.