कविता अक्सर पिता पति पुत्र समझते नहीं नारी की भाषा May 9, 2022 / May 9, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमाता व पिता में बहुत अधिक जैविक अंतर होता,‘एक्स’ मातृगुणसूत्र औ ‘वाई’ पितृगुणसूत्र कहलातापिता पुरुष का सृजन दो विजातीय गुणधर्म युक्तपिता ‘एक्स’ ‘वाई’ गुण सूत्रों के युग्मनज से होता! मां नारी का जन्म दो सजातीय एक्स गुणसूत्रों सेमाता का संतुलित होना जैविक गुण स्वभाव होता,पिता दो विपरीत गुणधर्म से अभिव्यक्ति को पाता,पिता विजातीय […] Read more » Often father and son do not understand woman's language अक्सर पिता पति पुत्र समझते नहीं नारी की भाषा