कविता बुढ़ापे का दर्द May 5, 2022 / May 5, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आज अपने ही घर से,बे घर हो गए।जो कभी अपने थे,वे पराए हो गए।। अपना घर होते हुए,वृद्धाश्रम चले गए।कोई नही पूछता,वे वृद्ध कहां चले गए।। जो जिगर के टुकड़े थे,वे दुश्मन हो गए।पता नही वे आज ऐसे क्यों हो गए।। हम मजबूत थे,आज मजबूर हो गए।कभी असरदार थे,आज बेअसर हो गए।। सुनता नही कोई […] Read more » old age pain बुढ़ापे का दर्द