व्यंग्य पापा नहीं मानेंगे December 11, 2019 / December 11, 2019 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment “खुदा करे इन हसीनों के अब्बा हमें माफ़ कर दें, हमारे वास्ते या खुदा , मैदान साफ़ कर दें ,” एक उस्ताद शायर की ये मानीखेज पंक्तियां बरसों बरस तक आशिकों के जुबानों पर दुआ बनकर आती रहीं थीं ,गोया ये बद्दुआ ही थी ।इन मरदूद आशिकों को ये इल्म नहीं था कि खुदा किसी […] Read more » Father will not ask papa will not agree पापा नहीं मानेंगे