शाह का चमचा
बने है शाह का चमचा,फिरे है इतरातावरना आगरे में ग़ालिब की हस्ती क्या है “मशहूर…
बने है शाह का चमचा,फिरे है इतरातावरना आगरे में ग़ालिब की हस्ती क्या है “मशहूर…
“अक्ल को तन्कीद से फुर्सत नहीं इश्क पर आमाल की बुनियाद रख” हाल ही में…
प्रेमचन्द हिंदी साहित्य के एक ऐसे वट वृक्ष हैं जिनकी छाया में साहित्य का हर…
कुछ समय पहले टीवी पर एक इश्तहार आता था जिसमें सब झूम झूम कर कहा…
दिलीप कुमार प्रगतिशीलता के पुरोधा,परम्पराओं को ध्वस्त करने वाले कवि करुण कालखंडी जी देश में मजदूरों…
दिलीप कुमार “परनिंदा जे रस ले करिहैं निसच्य ही चमगादुर बनिहैं” अर्थात जो दूसरों की निंदा करेगा वो…
“पुल बोये से शौक से उग आयी दीवारकैसी ये जलवायु है हे मेरे करतार”दुनिया को जीत लेने…
आये दिन अख़बारों में इश्तहार आते रहते हैं कि घर से काम करो ,घण्टों के…
“तुलसी बुरा ना मानिए, जौ गंवार कहि जाय, जैसे घर का नरदहा, भला बुरा बहि…
“वो सादगी कुछ भी ना करे तो अदा ही लगे वो भोलापन है कि बेबाकी…
“मालिन का है दोष नहीं ,ये दोष है सौदागर का, जो भाव पूछता गजरे का और…
“युग के युवा,मत देख दाएंऔर बाएं और पीछे ,झाँक मत बगलेंन अपनी आँख कर नीचे,अगर…