लेख परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम……….! August 31, 2021 / August 31, 2021 by प्रणय कुमार | Leave a Comment सत्य, अहिंसा, करुणा, प्रेम आदि शाश्वत भाव हैं और किसी भी सभ्य समाज में इन मूल्यों को पालित-पोषित करने की परंपरा और प्रवृत्तियाँ दिखाई देती हैं। भारत ने तो इन मूल्यों को सदैव ही सर्वोपरि माना। यहाँ की कथाओं-पुराणों, शास्त्रों-संस्कारों, आदर्शों-अवतारों में इन मूल्यों की विशेष संकल्पना व प्रतिष्ठापना देखने को मिलती रही है। यहाँ […] Read more » Paritranaya Sadhunam Vinashaya Cha Dushkritam कृष्णाष्टमीजन्माष्टमी परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम