कविता ये पब्लिक सब जानती हैं….. January 5, 2012 / January 5, 2012 by खुशबू सिंह | Leave a Comment ये सब जानती हैं….. नित मातम के शोर में देश ने सन्नाटा ओड़ लिया हैं सदन के हंगामो ने भी बहार का रुख मोड़ लिया हैं फिर भी ये शान से कहते हैं हमारे देश में शांति हैं … तिरंगे की आड़ में जनता को भड़काते हैं धर्म जाति के नाम पर दंगे फसाद […] Read more » poem by khusboo singh ये पब्लिक सब जानती हैं