कविता नशा:राघवेन्द्र कुमार ‘राघव’ November 22, 2012 / November 22, 2012 by राघवेन्द्र कुमार 'राघव' | Leave a Comment सड़क किनारे पड़ी थी एक लाश उसके पास कुछ लोग बैठे थे बदहवाश | उनमे चार छोटे बच्चे और उनकी माँ थी , बूढ़े माँ – बाप थे कुँवारी बहन थी | सभी का रो – रो कर बुराहाल था , खाल से लिपटे ढांचे बता रहे थे , वो….. परिवार कितना बेहाल था […] Read more » poem by raghvenfra नशा:राघवेन्द्र कुमार ‘राघव’
कविता व्यंग – कविता:आज़ादी August 17, 2012 / August 16, 2012 by राघवेन्द्र कुमार 'राघव' | Leave a Comment राघवेन्द्र कुमार ”राघव” फहर रहा था अमर तिरंगा जगह युनिअन जैक की | गुजर गयी थी स्याह रात चमकी किस्मत देश की | स्वाधीन हुआ परतंत्र देश फिर नया सवेरा आया | पन्द्रह अगस्त का दिन खुशियों की झोली भर कर लाया | बापू, चाचा, सरदार सभी की मेहनत रंग थी लायी | भगत सिंह, […] Read more » poem by raghvenfra व्यंग - कविता:आज़ादी