कविता दामिनी तुम देश की बेटी बन गयी हो। January 2, 2013 / January 2, 2013 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य दामिनी तुम देश की बेटी बन गयी हो। दुष्टाचारी पापाचारी के सामने तन गयी हो।। तुम्हारे नाम से बहुत सी बहनों को मिलेगा सम्बल। तुम्हारी चिता से निकला चिंतन मचा गया है हलचल।। पर आज ही के अखबार में आयी है एक खबर। एक शिक्षिका तुम्हें श्रद्घांजलि देने पहुंची जंतर […] Read more » poem on gang raped girl