पर्व - त्यौहार सामाजिक उल्लास का पर्व पोंगल January 14, 2013 / January 14, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment लोक, परिवेश और प्रकृति भी नहाती है उत्सवी धाराओं में अनिता महेचा उत्सव प्रियाः मानवाः यानि मानव उत्सव प्रिय होते हैं। महाकवि कालिदास का यह कथन मानव-स्वभाव पर पूर्णतः लागू होता है क्योंकि पर्वों से हमारे जीवन की एकरसता और नीरसता दूर होती है तथा रोचकता, उल्लास और आनन्द की अभिवृद्धि होती है। लोक […] Read more » pongal