शख्सियत एक हसरत थी कि ऑचल का मुझे प्यार मिले’’ April 12, 2012 / April 12, 2012 by शादाब जाफर 'शादाब' | 1 Comment on एक हसरत थी कि ऑचल का मुझे प्यार मिले’’ शादाब जफर ‘‘शादाब’’ 13 अप्रैल पुण्यतिथि पर विशेष ‘‘एक हसरत थी कि ऑचल का मुझे प्यार मिले’’ ‘‘एक हसरत थी कि ऑचल का मुझे प्यार मिले मैने मन्जिल को तलाशा मुझे बाजार मिले’’ फिल्म जिन्दगी और तूफान का स्वःमुकेश द्वारा गाया गया ये गीत जब जब बजता है तब तब स्वभाव से शान्त,आदतो से आवारा,तबियत […] Read more » ramavtar tyagi रामअवतार त्यागी