विविधा धर्म भारत की आत्मा January 15, 2018 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी धर्म की व्यापकता – जीवन के सभी क्षेत्रों में धर्म व्याप्त है और धर्म के बिना जीवन जिया ही नहीं जा सकता। इसी “धर्म ने हम सबको धारण किया हुआ है और हमने जन्म से मृत्युपर्यन्त धर्म को धारण किया हुआ है। इस धर्म से उसी प्रकार अलग नहीं हुआ जा सकता, जिस […] Read more » Religion Religion is soul of India soul of India धर्म भारत भारत की आत्मा