समाज आरक्षण…या संरक्षण July 14, 2012 / July 14, 2012 by बीनू भटनागर | 4 Comments on आरक्षण…या संरक्षण बीनू भटनागर जिस समय काम के अनुसार वर्णप्रथा का आरंभ हुआ होगा उस वख़्त संभवतः वह वख़्त का तक़ाज़ा ही रहा होगा योग्यता और क्षमता के अनुसार समाज को वर्णो मे बाँट दिया गया होगा। राजा का बेटा राजा बनता है इसी प्रकार पिता का रोज़गार ही बेटा अपनाये ऐसी प्रथा चल पड़ी होगी। यह […] Read more » reservation or protection आरक्षण संरक्षण