धर्म-अध्यात्म ब्रह्मचर्य ईश्वर में विचरण, संयम और कर्तव्यों का पालन करना है August 20, 2020 / August 20, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वेद एवं वैदिक साहित्य में ब्रह्मचर्य की चर्चा मिलती है। प्राचीन काल में मनुष्य जीवन को चार आश्रमों में बांटा गया था। प्रथम आश्रम ब्रह्मचर्य आश्रम कहलाता था। इसके बाद गृहस्थ आश्रम का स्थान था। ब्रह्मचर्य आश्रम जन्म से 25 वर्ष की आयु तक मुख्य रूप से माना जाता है परन्तु […] Read more » Brahmacharya is to perform variance restraint and duties in God ब्रह्मचर्य