कविता तलाश July 22, 2019 / July 22, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment उसकी तलाश और है, मेरी तलाश और थक जाऊं ढूंढ करके तो कहता तलाश और। पहले ही उसने पी लिया भर भर के प्याले गम फिर भी न बुझा प्यास कहे इक गिलास और।। आकर करीब इम्तहां में पास हो गई दिल कह रहा है फिर भी आओ और पास और। तारीफ करूं कैसे मैं […] Read more » poetry Search
आलोचना जनवादी अज्ञेय की तलाश में December 26, 2010 / December 18, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment जगदीश्वर चतुर्वेदी इस साल स.ही.वा.अज्ञेय का जन्मशती वर्ष मनाया जा रहा है और उनके नाम पर बड़े-बड़े जलसे हो रहे हैं और इन जलसों में सबसे विलक्षण बात है प्रगतिशील आलोचकों और लेखकों की उपस्थिति। उल्लेखनीय है प्रगतिशील आलोचकों ने अज्ञेय का कभी संतुलन के साथ मूल्यांकन नहीं किया और वे उन्हें लगातार आधुनिकतावादी और […] Read more » Search स.ही.वा.अज्ञेय