कहानी साहित्य दंगा February 29, 2016 by विजय कुमार सप्पाती | Leave a Comment कल से इस छोटे से शहर में दंगे हो रहे थे. कर्फ्यू लगा हुआ था. घर, दूकान सब कुछ बंद थे. लोग अपने अपने घरो में दुबके हुए थे. किसी की हिम्मत नहीं थी कि बाहर निकले. पुलिससडको पर थी. ये शहरछोटा सा था, पर हर ६ – ८ महीने में शहर में दंगा […] Read more » short story on riots दंगा