कविता
सिख: निहत्थे हिन्दू जाति की भुजा
/ by विनय कुमार'विनायक'
हिन्दुत्व का स्वभाव है ऐसा,जब जैसी विपत्ति आती तब,रुप धारण कर लेता है वैसा,हिन्दुत्व की कोख से निसृत,जैन,बौद्ध,सिक्ख पंथ जैसा! जैन बौद्ध ने अहिंसा लाया,निरीह जीव-जंतु को बचाया,सिख ने असिध्वज फहराया,चार वर्ण हजार जातियों को,खंगधारी सिख सिंह बनाया! निहत्थे हिन्दुजाति की भुजा,जब से बने गोविंद के सिख,तब से हिन्दू संस्कृति बची,सिख हिन्दुत्व की शान बना,सिक्ख […]
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