राजनीति नारों के बूते सरकती रही है सियासत की सत्ता February 3, 2012 / February 3, 2012 by वीरभान सिंह | 3 Comments on नारों के बूते सरकती रही है सियासत की सत्ता वीरभान सिंह नारों से होता था पार्टियों का प्रचार बदलते दौर में हवा हो गए चुनावी नारे भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहां के लोकतंत्र में लोक अर्थात लोगों की अहमियत हो ना हो, मगर उनके वोट की अहमियत बहुत ज्यादा है। वोट हासिल करने के लिए देश के नेता साम, दाम, दण्ड, भेद के […] Read more » slogans for politicLPARTIES नारों सियासत की सत्ता