समाज हादसों में बदलती आस्था October 5, 2012 / October 5, 2012 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on हादसों में बदलती आस्था प्रमोद भार्गव धार्मिक आयोजनों में जतार्इ जाने वाली श्रद्धा और भक्ति से यह आशय कतर्इ नहीं निकाला जा सकता कि वाकर्इ इनमें भागीदारी से इहलोक या परलोक सुधरने वाले हैं। बलिक जिस तरह से धार्मिक स्थालों पर हादसे घटने का सिलसिला शुरू हुआ है उससे तो यह साफ हो रहा है कि इनमें भागीदारी कर […] Read more » stampede in mandirs