कला-संस्कृति आर्यत्व का धारण मनुष्य को श्रेष्ठ व सफल मनुष्य बनाता है April 22, 2022 / April 22, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यहम अपने पूर्वजन्मों के अच्छे कर्मों के कारण इस जन्म में मनुष्य योनि में उत्पन्न हुए हैं। दो मनुष्यों व इनकी आत्माओं के कर्म समान नहीं होते। अतः सभी मनुष्यों के परिवेश व इनकी सामाजिक परिस्थितियां भिन्न-भिन्न देखने को मिलती हैं। वैदिक कर्म-फल सिद्धान्त के अनुसार मनुष्य योनि (कर्म करने व फल भोगने […] Read more » The holding of Aryatva makes a man a superior and successful human being.