राजनीति वैमनस्य की राजनीति January 29, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on वैमनस्य की राजनीति अवध किशोर व्यक्तिवाद, क्षेत्रवाद, जातिवाद, स्वार्थवाद तथा भाई-भतिजावाद इन सभी वादों से बड़ा राष्ट्रवाद है। राष्ट्रहित ही सर्वोपरि है। इस देश के प्रत्येक नागरिकों के मन और मस्तिष्क में यह बात बैठनी चाहिए, तभी और केवल तभी राष्ट्रवाद बढ़ेगा और अपना राष्ट्र परमवैभव के उच्च शिखर पर प्रतिष्ठापित होगा, कर्तव्य पथ पर निरन्तर चलते हुए कटिले-पथरीले […] Read more » The politics of enmity वैमनस्य की राजनीति