धर्म-अध्यात्म जीवात्माओं के शरीरों की आकृति व सामर्थ्य में भेद का कारण February 18, 2022 / February 18, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यजीवात्मा जन्म-मरणधर्मा है। ईश्वर की व्यवस्था से इसे अपने पूर्वजन्मों के कर्मानुसार जाति, आयु व भोग प्राप्त होते हैं। इन तीनों कार्यों को प्राप्त करने में यह परतन्त्र है। जीव मनुष्य योनि में जन्म लेने के बाद कर्म करने में तो स्वतन्त्र है परन्तु उनके फल इसे ईश्वर की व्यवस्था से मिलते हैं […] Read more » The reason for the difference in the shape and strength of the bodies of the souls शरीरों की आकृति व सामर्थ्य में भेद का कारण