राजनीति साम्प्रदायिक आग्रहों की चौड़ी होती खाइयां April 21, 2022 / April 21, 2022 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग-समस्याएं अनेक हैं। बात कहां से शुरू की जाए। खो भी बहुत चुके हैं और खोने की रफ्तार तीव्र से तीव्रत्तर होती जा रही है। जिनकी भरपाई मुश्किल है। भाईचारा, सद्भाव, निष्ठा, विश्वास, करुणा यानि कि जीवन मूल्य खो रहे हैं। मूल्य अक्षर नहीं होते, संस्कार होते हैं, आचरण होते हैं। हम अपने आदर्शों […] Read more » The widening gaps of communal urges साम्प्रदायिक आग्रहों की चौड़ी होती खाइयां