कविता आज क्यों इतना छुईमुई हो गया धर्म मजहब? August 12, 2022 / August 12, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकआज क्यों इतना छुईमुई हो गया धर्म मजहब?क्यों ईश्वर अल्लाह रब हो गया अलग अलग? आज का आदमी आदमी से करने लगा नफरत,आदमी आदमी रहा नहीं हो गया फिरकापरस्त! आज ऐसा है माहौल कि चहुंओर जहरीला बोल,आदमी काफिर कसाई होकर बन चुका माखौल! अपनी मनमानी को खुदा की नाफरमानी कहते,अब आदमी धर्म मजहब […] Read more » Why has religion become so touchy today?