कविता
क्यों कौटिल्य चाणक्य विष्णुगुप्त काल्पनिक लगता?
/ by विनय कुमार'विनायक'
—विनय कुमार विनायकक्यों कौटिल्य, चाणक्य, विष्णुगुप्त काल्पनिक लगता?क्योंकि चाणक्य का कोई एक निश्चित नाम नहीं था,कौटिल्य, चाणक्य,विष्णुगुप्त,वात्स्यायन के अतिरिक्तमल्लिनाग, कुटल, आंगुल, द्रामिल,वारानक, पक्षिलस्वामी,चणक, चण्कात्मज, निषादपुत्र भी संज्ञा थी चाणक्य की! चाणक्य ने अलग-अलग नाम से अलग-अलग पुस्तकें लिखी,कौटिल्य नाम से अर्थशास्त्र, चाणक्य नाम से चाणक्य नीति,विष्णुगुप्त ने विष्णुगुप्त सिद्धांत, कामसूत्र वात्स्यायन कृति,चाणक्य एक साथ कूटनीतिज्ञ,अर्थशास्त्री,ज्योतिषी,कामशास्त्रीऔर […]
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