महिला-जगत महज कानून बनाने से नहीं रूकने वाला महिला उत्पीड़न May 5, 2011 / December 13, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे पुरानी कहावत है -‘‘. . ., गंवार, पशु और नारी, ये सब हैं ताड़न के अधिकारी।‘‘ इसमें नारी को शामिल किया गया है। एक तरफ तो नारी को माता का दर्जा देकर सबसे उपर रखा गया है, वहीं दूसरी ओर नारी को ही प्रताड़ना का अधिकारी बताया जाना कहां तक न्यायसंगत है। नारी […] Read more » Woman Torture महिला उत्पीड़न
महिला-जगत पर आखिर पुरूष हैं कहां December 30, 2010 / December 18, 2011 by राखी रघुवंशी | Leave a Comment राखी रघुवंशी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से महिलाओं पर हिंसा पुरूषों की सुविधाओं को बरकरार रखने का असरदार हथियार है। हमने यह देखा है कि महज़ हिंसा की धमकी औरतों को चुप्पी साधने या फिर सब बातों को मानने के लिए बाध्य कर देती है। और फिर हिंसा का शिकार हुई औरत इस हिंसा का […] Read more » Woman Torture महिलाओं पर हिंसा