कविता तुम बनो बुद्ध करो नहीं अपनों से युद्ध May 23, 2022 / May 23, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकतुम बनो बुद्ध करो अपने आपको शुद्ध,शुद्धि चाहिए स्वमन वचन और कर्म में! तुम बनो बुद्ध करो नहीं अपनों से युद्ध,युद्ध त्याग दो क्षुद्र स्वार्थपूर्ति के क्रम में! तुम बनो बुद्ध होना नहीं कभी भी क्रुद्ध,क्रोध का परित्याग हो मानववादी धर्म में! तुम बनो बुद्ध होना नहीं कभी भी क्षुब्ध,क्षोभ अफसोस पछतावा हो […] Read more » do not fight with your loved ones You become a Buddha