विविधा अपमान को पुनर्परिभाषित करने की जरूरत August 9, 2011 / December 7, 2011 by वीरेन्द्र जैन | 4 Comments on अपमान को पुनर्परिभाषित करने की जरूरत वीरेन्द्र जैन यह परम्परा सी बन गयी है कि प्रति वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के बाद हर क्षेत्र से दो एक समाचार ऐसे आते हैं जिनमें राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का समाचार होता है। यह अपमान शाम को झंडा न उतारने या झंडे को उल्टा फहराये जाने से सम्बन्धित होता है। इस खबर […] Read more » अपमान को पुनर्परिभाषित