कविता आँखों में सपने सजाकर March 9, 2024 / March 12, 2024 by राकेश कुमार सिंह | Leave a Comment संग मेरे तुम चलोआँखों में सपने सजाकर।जिंदगी हो जाने जाँतुम चलो मुस्करा कर। मुझको है विश्वास यहतुम हमारे ही रहोगेदुनिया बदल जाए मगरतुम नजारों में रहोगेतुम सितारों की रोशनी होचाँदनी से याराना तुम्हाराइंद्रधनुषी छटा तुम्हारीगुलों का रंग भी है तुम्हारासंग मेरे तुम चलोआँखों में सपने सजाकर। श्वेत क्रान्ति से सुसज्जितऐसी नजर आती हो तुमसरस्वती साक्षात […] Read more » आँखों में सपने सजाकर