कविता आज मजहब के नाम इंसानियत खो रहा इंसान July 24, 2021 / July 24, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकआज मजहब के नाम इंसानियत खो रहा इंसान,आज मजहब के नाम क्रूर कट्टर हो रहा इंसान! धर्म और मजहब अलग-अलग चीज है रे इंसान,धर्म वो जो धारण हो,मजहब दिखाते झूठी शान! धर्म वो जिसमें हिंसा नहीं, हो मानवता का ज्ञान,मजहब की आज हो गई खून-खराबे की पहचान! धर्म में दया ममता करुणा समानता […] Read more » Today a person is losing humanity in the name of religion आज मजहब के नाम इंसानियत खो रहा इंसान