समाज उनकी दुआओं से बरसती हैं रहमतें September 18, 2015 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment पितृपक्ष पर विशेषः संजय द्विवेदी बुर्जुगों की दुआएं और पुरखों की आत्माएं जब आशीष देती हैं तो हमारी जिंदगी में रहमतें बरसने लगती हैं। धरती पर हमारे बुर्जुग और आकाश से हमारे पुरखे हमारी जिंदगी को रौशन करने के लिए दुआ करते हैं। उनकी दुआओं-आशीषों से ही पूरा घर चहकता है। किलकारियों से गूंजता है […] Read more » उनकी दुआओं से बरसती हैं रहमतें