समाज अपने मौलिक नाम से जाने जाना गौरव का विषय है विवाद का नहीं October 20, 2018 / October 20, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment डॉ. नीलम महेंद्रा बरसों पहले अंग्रेजी के मशहूर लेखक शेक्सपियर ने कहा था, व्हाट इस इन द नेम? यानी नाम में क्या रखा है? अगर गुलाब का नाम गुलाब न होकर कुछ और होता, तो क्या उसकी खूबसूरती और सुगंध कुछ और होती? आज एक बार फिर यह प्रश्न प्रासंगिक हो गया है कि क्या नाम महत्वपूर्ण होते हैं? लेकिन इस पूरे […] Read more » उमापति नीलकंठ मत्स्यपुराण शम्भू अकबर इलाहाबाद ऋग्वेद प्रयागराज महाभारत रामायण शंकर