राजनीति एक पाती केजरी बाबू के नाम January 6, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | 8 Comments on एक पाती केजरी बाबू के नाम लख्ते ज़िगर केजरी बाबू, जय आम आदमी की! चाचा बनारसी की आदत है सबको ‘जय रामजी की’ कहने की। लेकिन बचवा, तोके अगर हम ‘जय रामजी की’ कह देंगे तो तोहरे सेकुलरिज्म पर खतरा पैदा हो जायेगा। इसलिये तोरे भलाई के खातिर हम रामजी का परित्याग कर दिये हैं। तोहार कुर्सी बनल रहे, ओह […] Read more » एक पाती केजरी बाबू के नाम