कविता कविता : प्रशासन और दु:शासन May 3, 2013 by मिलन सिन्हा | Leave a Comment मिलन सिन्हा जनता आज द्रौपदी बन गयी है पांडवों की ईमानदारी कल की बात हो गयी है कृष्ण का अता-पता नहीं गलत को ही लोग कह रहे हैं सही द्रौपदी का है बुरा हाल फैला है चारों ओर छल -प्रपंच का जाल प्रशासन के कारनामे हैं कमाल, बेमिसाल दु:शासन का बढ़ रहा अत्याचार जिधर देखो, […] Read more » कविता : प्रशासन और दु:शासन