कविता उम्र के साथ जिन्दगी के ढंग को बदलते देखा है September 13, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment हमने हर रोज जमाने को नया रंग बदलते देखा है उम्र के साथ जिन्दगी के ढंग को बदलते देखा है वो जो चलते थे,तो शेर के चलने का होता था गुमान उनको भी पैर उठाने के लिये सहारे को तरसते देखा है जिनकी नजरों की चमक देख सहम जाते थे लोग उन्ही नजरों को बरसात […] Read more » कुदरत पत्थर बिजली रंग