कविता
खोदी धरती बोई बीज
/ by चरखा फिचर्स
किरण दोसादगरुड़, उत्तराखंड खोदी धरती बोई बीज,ये मिट्टी है बड़े काम की चीज,इसने दिया भोजन हमको,सूरज ने दिया जब ताप,फूटा अंकुर उसमें जब,ऊपर आया अपने आप,ऊपर का संसार उसने पाया सुंदर,लिया जब रुप उसने नन्हे पौधे का,हरा रंग जब उसने पाया,फिर तो सबके मन को भाया,पत्तियों का हरा रंग,क्लोरोफिल कहलाता है,सूरज हवा पानी से मिलकर,वह […]
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