कविता छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना… March 21, 2025 / March 21, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment बारिश को अब आने दो।तपती गर्मी जाने दो॥ छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना,जीवन को बच जाने दो॥ ये बादल भी कुछ कह रहे।इनको मन की गाने दो॥ कटते हुए पेड़ बचाओ।शुद्ध हवा कुछ आने दो॥ पंछी क्या कहते है सुन लो।उनको पंख फैलाने दो॥ फोटो में ही लगते पौधे।सच को बाहर लाने दो॥ होती कैसे धरा […] Read more » छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना…