व्यंग्य जब चाँद बैठ गया धरने पर October 13, 2014 by रोहित श्रीवास्तव | Leave a Comment इस करवाचौथ धरती पर एक विकट स्थिति पैदा हो गई। एक तरफ जहां धरती पर करोड़ो भारतीय सुहागिन महिलाओ ने अपने पति की दीर्घाऊ के लिए व्रत रखा था वही दूसरी तरफ ‘चाँद’ था कि आसमान के आँचल मे पता नहीं कहाँ छुपा बैठा था। पत्नियाँ अधीर होती जा रही थी और पति कुछ […] Read more » ‘जब चाँद बैठ गया धरने पर’