कविता जिन्दगी क्या है April 8, 2021 / April 8, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment हर रात सुलझा कर सिरहाने रखते है जिंदगी।सुबह उठते ही उलझी पड़ी मिलती है जिंदगी।। सुलझा सुलझा कर थक जाते हैं हम ये जिंदगी।थकती नहीं ये जिंदगी,सुला देती हमें ये जिंदगी।। बेवफ़ा हम नहीं,बेवफ़ा हो जाती है ये जिंदगी।भरोसा इस पर कैसे करे,बे भरोसे है ये जिंदगी।। रंक से राजा बनाए राजा से रंक बनाती […] Read more » जिन्दगी क्या है