राजनीति डायरी के पन्ने February 27, 2017 by गंगानन्द झा | Leave a Comment अपने जीवन की संध्याकाल में अपनी जीवनयात्रा का लेखाजोखा करने की कोशिश करता हूँ तो एक दिलचस्प तस्वीर उभड़ती है। दिलचस्प वह है जो ध्यान खींचता है। जिसके बारे में और जानने का मन होता है। दिलचस्प आदमी हों अथवा हालत अथवा वस्तु—उससे जुड़े रहने का मन होता है। वह कभी उबाऊ नहीं होता, कभी […] Read more » Featured डायरी के पन्ने