व्यंग्य सल्तनत-ए-मर्सिया के दुखड़ेआजम April 19, 2012 / April 19, 2012 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment पंडित सुरेश नीरव मातमपुर्सी की जितनी मौलिक फुर्ती दुखीलाल को कुदरत ने बख्शी है उस जोड़ का दूसरा प्राणी इस पृथ्वी ग्रह पर तो क्या टोटल ब्रह्मांड के किसी ग्रह पर मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। परेशानी की चिर-परिचित लोकप्रियमुद्रा में आवाज से संवेदना का झुनझुना बजाते, गंभीर मटरगश्ती करते हुए वे हादसे […] Read more » दुखड़ेआजम सल्तनत-ए-मर्सिया