कविता साहित्य देखा नहीं अभी तक तुमको March 30, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment देखा नहीं अभी तक तुमको पर रोज तुमको याद करते तुम में क्या कशिश है जो रोज तुमको याद करते देखा नहीं हाथ अभी तुम्हारा पर उसकी रेखा हम पढ़ लेते स्पर्श नहीं किया बदन को पर उसकी सुगंध सूंघ लेते है कोई पूर्व जन्म का बंधन जो हम रोज ऐसा करते ये है दो […] Read more » देखा नहीं अभी तक तुमको