कविता धर्म नहीं पूजा नमाज धर्म है मानवतावाद January 14, 2022 / January 14, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकउठो हिन्दुओं शास्त्र के साथ शस्त्र उठाओ,कृष्ण ने कहा है शस्त्रधारियों में मैं राम हूं,रहस्य को समझो देव देवियों से प्रेरणा लो,शर में बसती शक्ति व सद्ज्ञान में भक्ति,शक्ति छोड़ भक्ति करना गुलाम की प्रवृत्ति! बुद्ध की करुणा जिन की अहिंसा ने छीनी,सनातन धर्म की शक्ति उपासना की रीति,धर्म युद्ध को बुद्ध ने […] Read more » धर्म नहीं पूजा नमाज धर्म है मानवतावाद