समाज क्या वाकई हम वैसे हैं, जैसा कि खुद को कहते या समझते हैं ?? April 16, 2018 by राजकुमार झांझरी | Leave a Comment राजकुमार झांझरी दुनिया के लोग स्व-विवेक के बजाय औरों के थोपे गये विचारों के अनुरुप अपना जीवन संचालित करने का प्रयास करते हैं और यही उनकी दुख-तकलीफों का मुख्य कारण है। वे कभी इस बात की सच्चाई को जानने की कोशिश नहीं करते कि जिन्हें वे फॉलो कर रहे हैं अथवा फॉलो करते आ रहे […] Read more » Featured कृृष्ण गुरु दुनिया धर्मगुरुओं पादरियों मौलवियों विवेक